Friday 26 August 2011

बंदिशे !! by Vikasini Chavan on Friday, August 26, 2011 at 5:34pm

बंदिशे !!

by Vikasini Chavan on Friday, August 26, 2011 at 5:34pm
बंदिशे !!
मिलाने के बहाने मिलेंगे सौ
कैसे आये ?? दिलपे लगाम है सौ
कंहा कंहा भागे ?? दिलके रास्ते है सौ
अज भी दिलपे गुलामी के बंधन है सौ !
माँना की दिलकी खिड़कियाँ है सौ
आज भी भागने सारे रास्ते है बंद सौ
सूरज उगता है लेके रोशनी किरनोंकी सौ
आज भी शक की गुनजाइशो के रास्ते है सौ  !
रात की स्याही लिपटी है अन्धेरोमें सौ
आजभी आत्मा जखड़ी है परदो मैं सौ
दिल तो उड़ जायेगा समुन्दर सौ
मन तो अटका रहेगा बंदिशोंमें सौ !!
विकासिनी !!

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